1) भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने सितम्बर 2016 के दौरान इस्लामिक बैंकिंग (Islamic Banking) के सम्बन्ध में क्या महत्वपूर्ण प्रस्ताव रखा? – उसने इस्लामिक बैंकिंग के बारे में अपने पूर्व दृष्टिकोण में बदलाव करते हुए देश में इस्लामिक बैंकिंग शुरू करने का प्रस्ताव रखा
विस्तार: RBI ने हाल ही में प्रस्ताव रखा है कि ब्याज-रहित बैंकिंग (interest-free banking) सेवा को देश में शुरू कर धार्मिक कारणों के कारण बैंकिंग के दायरे से बाहर रहने वाले लोगों को वित्तीय समावेशन (financial inclusion) का हिस्सा बनाया जाना चाहिए। इस प्रस्ताव का अर्थ एक प्रकार से देश में इस्लामिक बैंकिंग को शुरू करने से ही है।
– RBI ने इस प्रस्ताव को 3 सितम्बर 2016 को जारी अपनी वार्षिक रिपोर्ट (Annual Report) में प्रस्तुत किया है।
– उल्लेखनीय है कि इस्लामिक बैंकिंग के पक्ष में प्रस्ताव रखकर RBI ने पूर्व के अपने रुख में परिवर्तन किया है। पहले RBI ने यह विचार रखा था कि इस्लामिक बैंक को परंपरागत बैंकिंग (traditional banking) के दायरे से बाहर रख कर गैर बैंकिंग चैनल्स जैसे निवेश फण्ड (investment funds) तथा सहकारी बैंकों (cooperative banks) को यह जिम्मेदारी दी जानी चाहिए।
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2) सर्वोच्च न्यायालय के उस पीठासीन न्यायाधीश का क्या नाम है जिसने सितम्बर 2016 के दौरान सर्वोच्च न्यायालय (Supreme Court) के मुख्य न्यायाधीश को सूचित किया कि वे सर्वोच्च न्यायालय की कोलीजियम बैठकों (Collegium meetings) में भाग लेने के इच्छुक नहीं हैं? – न्यायमूर्ति जे. चेलमेश्वर
विस्तार: न्यायमूर्ति जे. चेलमेश्वर (Justice J. Chelameswar) उस समय चर्चा में आए जब उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति टी.एस. ठाकुर (Justice T.S. Thakur) को पत्र लिखकर सूचित किया कि सर्वोच्च न्यायालय की बेहद शक्तिशाली मानी जाने वाली कोलीजियम बैठकों में वे शामिल नहीं होना चाहते हैं। उन्होंने इन बैठकों में कथित तौर पर पारदर्शिता की कमी का आरोप लगाकर बैठकों से स्वयं को बाहर रखने का मन बनाया है।
– कोलीजियम सर्वोच्च न्यायालय का वह समूह होता है जो सर्वोच्च न्यायालय तथा उच्च न्यायालयों में न्यायाधीशों की नियुक्ति तथा स्थानांतरण के बारे में फैसले लेता है।
– उल्लेखनीय है कि न्यायमूर्ति चेलमेश्वर संसद द्वारा गठित राष्ट्रीय विधिक नियुक्ति आयोग (National Judicial Appointments Commission – NJAC) को भंग करने का निर्णय देने वाली न्यायमूर्ति जे.एस. खेहर (Justice J.S. Khehar) की अध्यक्षता में गठित 5-सदस्यीय संवैधानिक पीठ (Constitution Bench) के एकमात्र सदस्य थे जिन्होंने इस पीठ के निर्णय का विरोध किया था।
– वे क्रम के अनुसार सर्वोच्च न्यायालय के पाँचवें सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश हैं तथा 22 जून 2018 को सेवानिवृत्त होंगे।
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3) RBI के गवर्नर का पद छोड़ने वाले रघुराम राजन (Raghuram Rajan) द्वारा सितम्बर 2016 के दौरान वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए क्या भविष्यवाणी की जिसे पूरी दुनिया के मीडिया ने खासी तवज्जो दी? – उन्होंने दुनिया-भर में कम ब्याज दरों के खिलाफ चेतावनी जारी की
विस्तार: 3 सितम्बर 2016 को भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के गवर्नर का पद छोड़ने वाले रघुराम राजन ने “द न्यूयॉर्क टाइम्स” (‘The New York Times’) को दिए एक साक्षात्कार में (जो 4 सितम्बर 2016 को प्रकाशित हुआ) चेतावनी दी कि दुनिया-भर में ब्याज की कम दरों के कारण वित्तीय बाजारों की स्थिति डावांडोल हो सकती है तथा इससे उबरना खासा मुश्किल हो सकता है।
– उन्होंने कहा कि कुछ केन्द्रीय बैंकों द्वारा ब्याज दर कम रखने की नीति अन्य नीतिगत तथा सुधारात्मक उपायों का स्थान नहीं ले सकती है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि वे आशा करते हैं कि RBI में उनका स्थान लेने वाले उर्जित पटेल (Urjit Patel) भारतीय बैंकों की बैलेंस-शीटों को दुरुस्त करने के उनके द्वारा अपनाए जा रहे कदमों को जारी रखेंगे।
– उल्लेखनीय है कि रघुराम राजन ने वर्ष 2008 के वैश्विक आर्थिक संकट (2008 global financial crisis) की भविष्यवाणी लगभग तीन वर्ष पूर्व ही कर दी थी। तब उन्होंने कहा था कि वित्तीय संस्थाओं द्वारा आवश्यकता से अधिक जोखिम लेने की प्रवृत्ति का असर वैश्विक वित्तीय प्रणाली पर पड़ सकता है तथा बाद में ऐसा ही हुआ था।
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4) चीन (China) की वह कौन सी कम्पनी है जो दिग्गज कम्पनी चाइना मोबाइल लिमिटेड को पछाड़कर 5 सितम्बर 2016 को चीन की सबसे मूल्यवान कम्पनी (China’s most valuable company) बन गई? – टेनसेण्ट होल्डिंग्स लिमिटेड (Tencent Holdings Ltd.)
विस्तार: चीन की मशहूर मोबाइल गेमिंग व ऑनलाइन विज्ञापन कम्पनी टेनसेण्ट होल्डिंग्स लिमिटेड (Tencent Holdings Ltd.) उस समय चर्चा में आ गई जब उसने सार्वजनिक क्षेत्र की चाइना मोबाइल लिमिटेड (China Mobile Ltd.) को पछाड़कर चीन की सबसे मूल्यवान कम्पनी का रुतबा हासिल कर लिया।
– 5 सितम्बर 2016 को हांग हांग (Hong Kong) के हांग सेंग इण्डेक्स (HSI) में टेनसेण्ट (Tencent) के शेयर-मूल्य में 4.2% की वृद्धि हुई तथा एक शेयर का मूल्य 210.20 हांग कांग डॉलर (HK$210.20) हो गया। इससे कम्पनी का कुल बाजार पूँजीकरण 1.99 ट्रिलियन हांग कांग डॉलर (HK$1.99 trillion) हो गया। इसी दिन चाइना मोबाइल (China Mobile) का कुल बाजार पूँजीकरण 1.97 ट्रिलियन हांग कांग डॉलर (HK$1.97 trillion) था तथा इस प्रकार टेनसेण्ट ने उसे पीछे छोड़ दिया। शानदार मूल्यवृद्धि के साथ टेनसेण्ट दुनिया की 10 सबसे मूल्यवान कम्पनियों की सूची में भी शामिल हो गई जिसमें एप्पल (Apple) और गूगल (Google) की मातृ कम्पनी अल्फाबेट (Alphabet) जैसी कम्पनियाँ चोटी में शामिल हैं।
– मोबाइल गेमिंग तथा ऑनलाइन विज्ञापन बाजार में शानदार प्रदर्शन कर टेनसेंट के शेयर भाव में पिछले चार वर्षों में लगभग चार गुणा वृद्धि हुई है।
– उल्लेखनीय है कि चीन में वर्ष 2006 से सबसे मूल्यवान कम्पनी का खिताब अधिकांशत: सार्वजनिक क्षेत्र की कम्पनियों जैसे चाइना मोबाइल लिमिटेड(China Mobile Ltd.), इण्डस्ट्रियल एण्ड कॉमर्शियल बैंक ऑफ चाइना लिमिटेड (ICBCL) अथवा पेट्रोचाइना लिमिटेड (PetroChina Ltd.) के नाम दर्ज रहा है।
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5) कौन सा कनाडियाई प्रांत मसाला बाण्ड (Masala Bond) जारी करने पहली विदेशी सरकार बनी है जब उसने भारतीय रुपया मूल्यवर्ग में वर्णित इस बाण्ड (rupee-denominated bond) को हाल ही लंदन स्टॉक एक्सचेंज (LSE) में जारी किया? – ब्रिटिश कोलम्बिया (British Columbia)
विस्तार: कनाडा (Canada) का प्रांत ब्रिटिश कोलम्बिया (British Columbia) पहली विदेशी सरकार बना जिसने “मसाला बाण्ड” (‘Masala Bond’) के नाम से लोकप्रिय उस बाण्ड को जारी किया जिसे भारतीय मूल्यवर्ग (rupee-denomination) में जारी किया जाता है। ब्रिटिश कोलम्बिया ने हाल ही में लंदन स्टॉक एक्सचेंज (LSE) में इस बाण्ड को जारी कर 5 अरब रुपए एकत्र किए।
– तीन वर्ष की समयावधि वाले इस बाण्ड के द्वारा 6.62% द्वि-वार्षिक की दर से ब्याज हासिल होगा।
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Author :- Anand Upadhyay
cgpsc news chhattisgarh.
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