10-11 अगस्त 2016 करेण्ट अफेयर्स
1) राज्यसभा द्वारा 11 अगस्त 2016 को पारित किए गए मातृत्व लाभ (संशोधन) विधेयक, 2016 (Maternity Benefit (Amendment) Bill, 2016) का मुख्य उद्देश्य क्या है? – कामकाजी महिलाओं के लिए मातृत्व अवकाश (Maternity Leave) की अवधि को वर्तमान 12 सप्ताह से बढ़ाकर 26 सप्ताह करना
विस्तार: राज्यसभा ने मातृत्व लाभ (संशोधन) विधेयक, 2016 ((Maternity Benefit (Amendment) Bill, 2016) को 11 अगस्त 2016 को पारित कर दिया। इस विधेयक का मुख्य उद्देश्य कामकाजी महिलाओं को मिलने वाले मातृत्व अवकाश की अवधि वर्तमान 12 सप्ताह से बढ़ाकर 26 सप्ताह करना है।
– इस क्रांतिकारी विधेयक में पहली बार बच्चा गोद लेने वाली मां के लिए भी 12 सप्ताह के अवकाश का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा बच्चे के लालन-पालन में संलिप्त मां के लिए घर से काम करने की सुविधा (work-from-home facility) प्रदान करने की बात भी इस विधेयक में की गई है।
– इस विधेयक के भारतीय संसद से पारित होने के बाद भारत दुनिया के 42 चुनिंदा देशों की सूची में शामिल हो जायेगा जहाँ मातृत्व अवकाश की अवधि 18 सप्ताह से अधिक का प्रावधान है।
– उल्लेखनीय है कि अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (International Labour Organisation – ILO) न्यूनतम 14 सप्ताह अथवा इससे अधिक का मातृत्व अवकाश कामकाजी महिलाओं को प्रदान करने की वकालत करता है जबकि उसके अनुसार सदस्य देशों को इस अवकाश के तहत कम से कम 18 सप्ताह का अवकाश देना चाहिए।
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2) देश की मौद्रिक नीति पर फैसले लेने के लिए प्रस्तावित मौद्रिक नीति समिति (Monetary Policy Committee – MPC) में भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के तीसरे प्रतिनिधि के तौर पर किसकी नियुक्ति करने की घोषणा 9 अगस्त 2016 को की गई? – डॉ. माइकल पात्रा (Dr. Michael Patra)
विस्तार: RBI के कार्यकारी निदेशक (Executive Director) डॉ. माइकल पात्रा (Dr. Michael Patra) प्रस्तावित मौद्रिक नीति समिति (MPC) में RBI के तीसरे तथा अंतिम प्रतिनिधि होंगे। RBI के गवर्नर रघुराम राजन की संकल्पना के आधार पर इस समिति का गठन शीघ्र किया जाना है। इसकी स्थापना की घोषणा केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस वर्ष के बजट में की थी।
– उल्लेखनीय है कि 6-सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति में तीन सदस्य RBI के होंगे जबकि शेष तीन को केन्द्र सरकार द्वारा नामित किया जायेगा। इसमें RBI के सदस्य हैं – RBI गवर्नर, RBI का उप-गवर्नर जिसके पास मौद्रिक नीति का जिम्मा हो (वर्तमान में उर्जित पटेल) और अब इस पद के तीसरे सदस्य के रूप में RBI ने डॉ. माइकल पात्रा को नियुक्त किया है।
– प्रस्तावित मौद्रिक नीति समिति देश की मौद्रिक नीति से सम्बन्धित समस्त नीतियों का निर्धारण करेगी तथा इस नीतियों की समीक्षा करेगी। यह काम अभी तक आरबीआई गवर्नर के नेतृत्व में किया जाता है। इसी समिति द्वारा अर्थव्यवस्था के लिए ब्याज दर की घोषणा की जायेगी।
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SBI-Dinesh-Khara-2016
3) भारत के सबसे बड़े वाणिज्यिक बैंक प्रतिष्ठान भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India – SBI) के चौथे प्रबन्ध निदेशक (Managing Director- MD) के तौर पर 9 अगस्त 2016 को किसकी नियुक्ति की गई? – दिनेश कुमार खारा (Dinesh Kumar Khara)
विस्तार: दिनेश कुमार खारा (Dinesh Kumar Khara), जो अभी तक एसबीआई फण्ड्स मैनेजमेण्ट प्राइवेट लिमिटेड (SBI Funds Management Pvt. Ltd.) के प्रबन्ध निदेशक (MD) तथा मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) के रूप में कार्यरत थे, को 9 अगस्त 2016 को भारतीय स्टेट बैंक (SBI) का प्रबन्ध निदेशक (MD) नियुक्त किया गया।
– कैबिनेट की नियुक्ति समिति (Appointments Committee of Cabinet – ACC) ने दिनेश कुमार खारा की इस पद पर नियुक्ति तीन वर्ष की अवधि के लिए की है तथा उनके प्रदर्शन को देखते हुए उनके कार्यकाल को आगे दो वर्ष के लिए और बढ़ाया जा सकता है।
– उल्लेखनीय है कि भारतीय स्टेट बैंक में प्रबन्ध निदेशकों (MDs) के चार पदों की व्यवस्था है। वर्तमान में बैंक के तीन अन्य प्रबन्ध निदेशक हैं – बी. श्रीराम (B. Sriram), रजनीश कुमार (Rajnish Kumar) और पी.के. गुप्ता (P.K. Gupta)। एसबीआई का नेतृत्व इसकी अध्यक्षा अरुंधति भट्टाचार्या (Arundhati Bhattacharya) द्वारा किया जा रहा है।
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Amitabh-Kant-2016
4) 10 अगस्त 2016 को की गई घोषणा के अनुसार केन्द्र सरकार देश में तेजी से पैर फैला रहे ई-कॉमर्स (E-Commerce) उद्योग से सम्बन्धित सभी मुद्दों पर एक समिति का गठन करने जा रही है। यह समिति इस विषय से सम्बन्धित सभी मुद्दों जैसे इस क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) नियमों की बारीकी से जाँच करेगी। इस समिति की अध्यक्षता किसे सौंपी जा रही है? – अमिताभ कांत (CEO, नीति आयोग)
विस्तार: उक्त समिति ई-कॉमर्स (E-Comerce) क्षेत्र से सम्बन्धित तमाम तथ्यों का गहन आकलन करेगी तथा इसमें इस क्षेत्र में FDI जैसे गंभीर मसलों पर भी विचार करेगी। समिति मुख्यत: इस क्षेत्र के संवर्द्धन के तरीकों के बारे में अपनी राय देगी।
– इस समिति का गठन इस समय किया जाना इसलिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि केन्द्र सरकार ने हाल ही में खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में 100% FDI की मंजूरी प्रदान की है। इसके अलावा कई बेहद जटिल मुद्दे भी इस क्षेत्र से जुड़े हैं जिनपर विचार किया जाना जरूरी है जैसे फार्मा क्षेत्र को ई-कॉमर्स के तहत लाना।
– इस समिति की अध्यक्षता नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) अमिताभ कांत (Amitabh Kant) को सौंपी गई है। समिति में शामिल अन्य सदस्यों में मुख्यत: अन्य मंत्रालयों जैसे वाणिज्य एवं उद्योग, IT तथा इलेक्ट्रॉनिक्स के अधिकारी हैं।
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Ikea-India-2016
5) विश्व की उस सबसे बड़ी फर्नीचर कम्पनी का क्या नाम है जो 700 करोड़ रुपए के निवेश से भारत में अपनी पहली स्टोर हैदराबाद (Hyderabad) में खोलने जा रही है तथा इसके लिए इस कम्पनी ने 11 अगस्त 2016 को भूमि-पूजन किया? – आइकिया (Ikea)
विस्तार: स्वीडन (Sweden) की कम्पनी आइकिया (Ikea), जोकि दुनिया की सबसे बड़ी फर्नीचर कम्पनी है, ने भारत में अपनी पहली स्टोर हैदराबाद में खोलने के लिए 11 अगस्त 2016 को भूमि-पूजन किया। 700 करोड़ रुपए के निवेश से स्थापित होने वाली इस पहली स्टोर के लिए हैदराबाद के सॉफ्टवेयर हब के रूप में विख्यात हाईटेक सिटी (HiTec City) में 13 एकड़ भूमि कम्पनी ने अधिग्रहित की है। इस स्टोर के वर्ष 2017 के मध्य में शुरु होने की संभावना है।
– आइकिया का यह पहला स्टोर 4 लाख वर्ग फीट क्षेत्र में फैला होगा तथा कम्पनी को आशा है कि इस स्टोर में प्रतिवर्ष लगभग 50-60 लाख ग्राहक खरीद के लिए आयेंगे। वहीं कम्पनी भारत में अपनी दूसरी स्टोर मुम्बई में खोलेगी।
– आइकिया के पूरी दुनिया में 328 स्टोर हैं तथा यह भारत के नौ शहरों में कुल 25 स्टोर खोलना चाहती है। उल्लेखनीय है कि इस कम्पनी के भारत के 10,500 करोड़ रुपए के 100% प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के प्रस्ताव को भारत सरकार ने वर्ष 2013 में अपनी मंजूरी प्रदान की थी।
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6) 10 अगस्त 2016 को की गई घोषणा के अनुसार टाटा समूह की कम्पनी टाटा कैमिकल्स लिमिटेड (Tata Chemicals Limited) अपना यूरिया व्यवसाय (urea business) किस उपक्रम को बेचने जा रही है? – यारा फर्टिलाइज़र्स इण्डिया (Yara Fertilisers India)
विस्तार: टाटा कैमिकल्स लिमिटेड (Tata Chemicals Limited) उत्तर प्रदेश (UP) के बबराला (Babrala) स्थित अपने यूरिया उत्पादन तथा विपणन व्यवसाय को यारा फर्टिलाइज़र्स इण्डिया प्राइवेट लिमिटेड (Yara Fertilisers India Pvt Ltd.) को 2,670 करोड़ रुपए में बेचने जा रही है। हालांकि इस सौदे में टाटा कैमिकल्स के विशेषज्ञ उत्पाद (specialty products) तथा जटिल उर्वरकों (complex fertilizers) को शामिल नहीं किया गया है।
– टाटा कैमिकल्स का पारस (Paras), टीकेएस (TKS) तथा दक्ष (Daksha) जैसे ब्राण्डों पर स्वामित्व बना रहेगा।
– उल्लेखनीय है कि यारा फर्टिलाइज़र्स इण्डिया यारा इंटरनेशनल एएसए (Yara International ASA) की इकाई है जिसकी स्थापना वर्ष 1905 में यूरोप के सूखे की समस्या का हल खोजने के लिए की गई थी। वर्तमान में यारा समूह की दुनिया के लगभग 150 देशों में उपस्थिति है तथा उसके 13,000 कर्मचारी हैं।
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