कड़ी मेहनत करने वाले उम्मीदवारों ने एसएससी को 4 मार्च को एसएससी-सीजीएल (टीयर -2) परीक्षा में सीबीआई जांच करने की मांग की और गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने अगले दिन बताया कि 5 मार्च को सरकार ने सीबीआई जांच का आदेश दिया था.
31 मार्च को एसएससी के विरुद्ध प्रदर्शन को युवा हॉल बोल के रूप में नामित किया गया :
- छात्र यह मांग कर रहे हैं कि उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त समिति सीबीआई जांच की निगरानी करे, और यह कि जांच खत्म होने तक एसएससी को कोई अन्य परीक्षा आयोजित नहीं करानी चाहिए. उनकी मांगों में कार्मिक, राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह का इस्तीफा भी शामिल हैं.
- युवाओं के विरोध में न केवल एससी समिति द्वारा सीबीआई जांच की निगरानी ही नहीं बल्कि यह एसएससी-सीजीएल टीयर -2 परीक्षा 2017 तक ही सीमित न हो. उनकी माग है कि एसएससी द्वारा पिछले एक वर्ष में आयोजित सभी परीक्षाओं के सभी स्तरों की जांच होनी चाहिए (जैसे सीएचएसएल - संयुक्त उच्च माध्यमिक स्तर की परीक्षा).
- विरोध में एक और मांग है कि 2019 तक सभी रिक्त सरकारी पदों को भरना चाहिए. जाहिर है, इस वर्ष एसएससी-सीजीएल टियर -2 परीक्षा में कुल 1,89,843 उम्मीदवार आए थे और विभिन्न केंद्रीय सरकार के मंत्रालयों और विभागों में 4 लाख से अधिक पद रिक्त हैं.
विरोध का कारण:
- 17 फरवरी को, दिल्ली में एक परीक्षार्थी के पास परीक्षा पहले उत्तर लिपि मिली थी और इसी दिन एसएससी ने राजधानी दिल्ली में एक परीक्षा केंद्र में परीक्षा की दूसरी पारी को रद्द कर दिया था.
- 21 फरवरी को, होने वाली परीक्षा की उत्तर-पुस्तिका सोशल मीडिया पर दिखाई दी. एसएससी ने इसे तकनीकी समस्या कहा था, जबकि उम्मीदवारों के एक वर्ग को ऑनलाइन परीक्षा में धोखाधड़ी का आरोप लगाया था. हालांकि, यह परीक्षा 9 मार्च, 2018 को फिर से आयोजित की गई थी.
विरोध का मजबूत और प्रभावी होने का कारण:
- एससीसी सीजीएल जैसे प्रतिष्ठित परीक्षाओं में धोखाधड़ी की अफवाहों से इच्छुक उम्मीदवार पहले से ही उतेजित थे लेकिन पुलिस टीम ने 16 मार्च 2018 को कोटा में धोखाधड़ी करने वाले एक रैकेट को पकड़ा और कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) ऑनलाइन परीक्षा में छात्रों को धोखा देने में कथित रूप से मदद करने के लिए चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया, प्रदर्शनकारियों ने परीक्षाओं के संचालन प्रक्रियाओं की निंदा करने और न्याय के लिए पूछने के कारणों की पुष्टि की है.
- यह विरोध उन युवाओं के समूह द्वारा किया जा रहा है जो परीक्षा के हर स्तर पर निष्पक्ष व्यवहार करने की मांग कर रहे हैं. देश के भविष्य के होने के नाते, इस पीढ़ी के पास अपने अधिकारों को एक उचित और उत्पादक तरीके से उपयोग करने की बहुत संभावना है. और यही कारण है कि उन्हें अनुकरणीय नेताओं और सामाजिक विचारकों द्वारा समर्थन मिला है.
उम्मीदवारों के सामने सभी तथ्यों और आकस्मिक कठिनाइयों को ध्यान में रखते हुए, ADDA247 कैरियर पावर के साथ मिलकर 31 मार्च, 2018 को आयोजित होने वाले विरोध प्रदर्शन का समर्थन करता है. और उम्मीदवारों का साथ देने और इस विरोध को शांतिपूर्वक सफल बनाने के उद्देश्य से संसद मार्ग पर उपस्थित रहेंगे.
Let’s shake hands together to lead a non-violent protest….
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All The Best SA'ins!!


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