भारत के महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन की जयंती मनाने के लिए राष्ट्रीय गणित दिवस मनाया जाता है. भारत के पूर्व प्रधान मंत्री डॉ। मनमोहन सिंह ने 26 फरवरी, 2012 को रामानुजन की 125 वीं जयंती के अवसर पर मद्रास विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय गणित दिवस के रूप में इस दिन को घोषित करने की घोषणा की.
एक असाधारण मास्टर और एक असाधारण गणितज्ञ, रामानुजन ने अपनी सच्ची आजीविका को संख्याओं में पाया और गणितीय विश्लेषण, संख्या सिद्धांत, अनंत श्रृंखला और निरंतर भिन्न अंशों में असाधारण योगदान दिया. वे विद्यालय में अन्य विषयों में बेहतर नहीं थे लेकिन गणित में उनकी एक अलग ही रुचि थी और वे उसमें एक उज्जवल छात्र थे.
भारतीय प्रतिभाशाली गणितीय श्रीनिवास रामानुजन का जन्म 22 दिसंबर 1887 को हुआ था और 26 अप्रैल 1920 को इनका निधन हो गया था. अपने संक्षिप्त जीवनकाल में, उन्होंने 3900 से अधिक गणितीय परिणामों और समीकरणों को संकलित किया, और उनकी खोज अर्थात् रामानुजम प्राइम और रामानुजम थीटा ने इस विषय पर आगे शोध को प्रेरित किया.
इस अवसर पर, भारत और यूनेस्को ने दुनिया भर में छात्रों और विद्वानों को गणित और ज्ञान के महत्व को घोषित करने में संयुक्त रूप से अभिनय किया. राष्ट्रीय गणित दिवस भारतीय विद्यालयों और भारत के विश्वविद्यालयों में आयोजित कई शैक्षिक कार्यक्रमों के साथ मनाया जाता है.
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